Cheque Bounce Rules : चेक बाउंस होने पर क्या करें जानें नए नियम

Check Bounce Rules In Hindi 2022 : 

Cheque Bounce Rules In Hindi : दोस्तों जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि चेक पेमेंट को लोग पेमेंट का विश्वसनीय जरिया मानते हैं! यही कारण है कि बैंकिंग और वित्तीय लेन -देन के क्षेत्र में चेक के जरिये रोजाना लाखों – करोड़ों पेमेंट होते हैं! यह भुगतान प्राप्त करने और भुगतान को करने का एक विश्वसनीय माध्यम है! अगर आप भी चेक के जरिये पेमेंट करते हैं! अथवा चेक के जरिये पेमेंट रिसीव करते हैं! तो आपको चेक पेमेंट से जुड़े इन नियमों Cheque Payment Rules 2022  को जरुर जान लेना चाहिए!

What Is Cheque Bounce Case | चेक बाउंस क्या होता है अथवा चेक बाउंस होना किसे कहा जाता है! : भुगतान प्राप्त करने के लिए बैंक में प्रस्तुत किया गया चेक अगर खारिज कर दिया जाए! और प्रस्तुतकर्ता को भुगतान प्राप्त न करा पाए तो इसे ही चेक का बाउंस होना कहा जाता है! आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि चेक बाउंस क्या होता हैं ? चेक बाउंस क्यों होता है और चेक बाउंस होने के क्या कारण हैं! आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें जिससे कि आपको चेक बाउंस होने के सभी कारणों और नियमों की जानकारी हो सके!

Cheque Bounce Rules And Charges In Hindi : अगर चेक बाउंस हो जाता है तो  इस! पर आपको पैनेल्टी का भुगतान करना पड़ता है! इसके अलावा कुछ मामलों में तो सजा तक दिए जाने तक का प्रावधान भी रखा गया है! अगर आप भी चेक बाउंस होने के बाद आप किसी समस्या में पड़ गए हैं! तो यह पोस्ट आपके ही लिए है! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको Cheque Bounce Rules And Charges के बारे में बताएँगे!

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Causes Of Cheque Bounce | चेक बाउंस होने के कारण |

देखा जाए तो बैंक द्वारा चेक को बाउंस किये जाने के कई कारण होते हैं! जिन कारणों की वजह से चेक बाउंस कर दिया जाता है! इसमें सबसे महत्वपूर्ण यह होता कि जिसनें भी चेक जारी किया है उसके बैंक खाते में चेक का भुगतान करने के लिए पर्याप्त धनराशि मौजूद है अथवा नहीं है! अगर खाते में पर्याप्त धनराशि मौजूद नहीं है तो बैंक द्वारा चेक को बाउंस कर दिया जाता है!

बैंक में चेक प्रस्तुत करने पर अगर बैंक द्वारा चेक पर मौजूद खाता धारक के सिग्नेचर में किसी प्रकार का! कोई मिसमैच पाया जाता है! तो बैंक द्वारा तत्काल चेक के भुगतान को रोक दिया जाता है! और ऐसी परस्थिति में चेक बाउंस हो जाता है! सिग्नेचर मिसमैच के अलावा अगर बैंक को चेक पर मौजूद अन्य विवरण से सम्बंधित किसी प्रकार का कोई शक अथवा गड़बड़ी नजर आती है! तब भी बैंक द्वारा चेक को बाउंस कर दिया जाता है!

Cheque Bounce चेक बाउंस होने पर क्या करें ?

  • अगर किसी कारण से चेक बाउंस हो जाता है तो चेक के प्रस्तुतकर्ता द्वारा! चेक के जारीकर्ता को 30 दिन के भीतर लीगल नोटिस भेज सकते हैं! जिससे कि आपका पक्ष मजबूत हो सके!
  • लीगल नोटिस भेजने के लिए आपको किसी वकील से संपर्क करना होगा क्योंकी नोटिस! अधिवक्ता द्वारा ही जारी कराया जा सकता है!
  • अब अगर आप चेक के जारीकर्ता को लीगल नोटिस भेजकर 15 दिन का समय देना चाहते हैं! और वह व्यक्ति 15 दिन के भीतर आपका भुगतान क्लियर कर देता है तो बात यही पर ख़तम हो जाती है!
  • 15 दिन के भीतर अगर वह व्यक्ति आपका भुगतान नहीं करता है तो ऐसे केस में कोर्ट द्वारा! आप उस व्यक्ति को सजा दिलवा सकते है! साथ ही साथ मानहानि का दावा भी कर सकते हैं!
  • इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर चेक बाउंस होता है तो आप इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करा लें! अन्यथा चेक बाउंस होने के बाद क्लेम करने का समय ख़तम होने पर आप कुछ नहीं कर पायेंगे!

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Punishment For Cheque Bounce | चेक बाउंस होने पर क्या सजा मिलती है |

Punishment In Cheque Bounce Case : आपको यह समझ लेना चाहिए कि जब आप किसी को चेक जारी करते हैं तो वह इस बात का प्रमाण हो जाता है कि आपको चेक पर अनिक्त धनराशि का भुगतान समय से करना है! भुगतान कर पाने में अगर आप असमर्थ पाए जाते हैं! तब वह व्यक्ति आपको सहक का भुगतान क्लियर करने के लिए लीगल नोटिस भेज सकता है! और आप पर मुकदमा दायर कर सकता है!

Cheque Bounce Rules In Hindi : मुकदमा दायर हो जाने पर आप आपको दुगनी धनराशी देनी पड़ सकती है! इसके अलावा कुछ परिस्थितियों में कोर्ट द्वारा ऐसे केसेस! में जेल की सजा दिए जाने का प्रावधान भी कानून के अंतर्गत आता है! यह सब नेगोशिएशन इंस्ट्रूमेंट एक्ट 138 के तहत किया जाता है! हालांकि चेक बाउंस  जमानती अपराध श्रेणी के तहत आता है! यानी कि सजा होने के बाद डिफ़ॉल्टर व्यक्ति कोर्ट में अपनी जमानत की अर्जी डाल सकता है!

FAQs About Cheque Bounce : 

प्रश्न 1. चेक की वैलिडिटी क्या होती है अथवा जारी किया गया चेक कितने समय के लिए वैलिड होता है ?

उत्तर. जिस भी तिथि में चेक को जारी किया जाता है उस तिथि से 3 माह यानी कि 90 दिनों के लिए मान्य होती है! इसके अन्दर ही आपको जारी किये गए चेक का भुगतान प्राप्त करा लेना चाहिए!

प्रश्न 2. चेक कितने दिन में क्लियर होता है ?

उत्तर. सामान्यत बैंक द्वारा 2 से 3 बैंकिंग कार्यदिवस के अन्दर चेक क्लियर कर दिया जाता है!

प्रश्न 3. चेक बाउंस होने पर बैंक द्वारा कितना शुल्क लिया जाता है?

उत्तर. जी हाँ अगर चेक बाउंस होता है तो बैंक द्वारा बाउंसिंग चार्ज लगाया जाता है! विभिन्न बैंकों और चेक की राशि के अनुसार यह चार्ज अलग अलग हो सकता है! खाते में अपर्याप्त राशि के कारण चेक बाउंस होने पर फ्लैट 500 का पैनेल्टी चार्ज लगाया जाता है!

प्रश्न 4. चेक बाउंस होने पर कोर्ट द्वारा कितनी सजा हो सकती है?

उत्तर, चेक बाउंस होने पर कोर्ट द्वारा डिफ़ॉल्टर व्यक्ति को 7 साल की सजा अथवा पैनेल्टी के साथ भुगतान की भरपाई करने की सजा हो सकती है!

प्रश्न 5. क्या चेक बाउंस होने का असर आपके सिबिल स्कोर पर पड़ता है ?

उत्तर. जी हाँ अगर बार-बार चेक बाउंस होता है तो चेक बाउंसिंग का असर आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित करता है!

Post Conclusion : इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Cheque Bounce Rules, Cheque Bounce Charges! और Check Bounce होने के कारणों के साथ साथ चेक बाउंस होने पर कितनी और क्या सजा मिलती है! इसके बारे में बताया है! अगर Cheque Bounce Rules से सम्बंधित अगर आपका कोई प्रश्न है! तो आप हमें कमेन्ट के माध्यम से पूछ सकते हैं!

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