What Is GST : जीएसटी क्या है ? इसके फायदे क्या है ?

जीएसटी का पूरा नाम Goods And Service Tax है ! जिसे हिंदी में वस्तु एवं सेवा कर कहते है ! यह एक प्रकार का ऐसा टैक्स है ! जो किसी भी सामान को खरीदने या  फिर सर्विस को  खरीदने पर  ग्राहक द्वारा चुकाया जाता है ! इसकी  शुरुआत  देश  के  प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 1 जुलाई 2017 को की थी ! बता दें कि  वस्तु एंड सेवा कर भारत सरकार के द्वारा शुरू की जाने वाली एक नई !और अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था जो की पुरानी टैक्स व्यवस्था को पूरी तरह से ख़तम करके !नई टैक्स प्रणाली के रूप में विकसित की गई है ! What Is GST

जी एस टी को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य पुरानी कर ! प्रणाली को सही करके व्यापार के लिये इसके अनुपालन को आसान बनाना था ! GST को मार्केट में लागू हुए काफी समय हो चुका है ! लेकिन अभी  तक देश के  बहुत से लोगो को इसके बारे में ! और  इसकी कार्य प्रणाली के बारे में बिलकुल जानकारी नही है ! तो आज के इस  पोस्ट के माध्यम  से हम आपको GST के बारे में जानकारी देने वाले है ? ,यह काम कैसे करता है और इसकी  नियम व शर्ते क्या है  ?  सब की जानकारी देने वाले है ? What Is GST

जी एस टी क्या है ? What Is GST ?

जी एस टी का फुल फॉर्म Goods And Service Tax है ! और इसे हिंदी में वस्तु और सेवा कर भी कहते है ! यह एक व्यापक और बहु स्तरीय कर प्रणाली है ! जो वस्तुओं की खरीदारी करने पर या फिर सेवाओं का उपयोग करने पर सरकार के द्वारा लगाया जाता है ! बहुस्तरीय  कर  प्रणाली  का  मतलब  यह है ! कि  वस्तु  निर्माण से  लेकर  वस्तु  के अंतिम  उपयोग कर्ता तक  कई चरणों के माध्यम से गुजरता है !  पहले लगने वाले सभी तरह इ तरह के टैक्स जैसे – Excise Duty, VAT, Entry Tax, Service Tax को हटाकर एक नया टैक्स GST शुरू किया गया है ! यह टैक्स 1 जुलाई 2017 को यह टैक्स देश के सभी राज्यों में लागू हो चुका है !

पुराने टैक्स सिस्टम की कमी ?

GST लागू होने से पहले देश  और राज्यों  में जो भी कर प्रणाली थी ! उसमें व्यापारियों को उत्पादन से लेकर वस्तु विक्री तक अलग –   अलग स्तर पर कई सारे टैक्स चुकाने पड़ते थे ! जैसे अगर कोई मॉल फैक्ट्री से निकलता है ! तो उसमें सबसे पहले आपको उत्पाद शुल्क Excise Duty चुकानी होती थी ! कई  सामानों पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क Additional Excise Duty भी चुकानी होती है !

जबकि अगर मॉल एक राज्य से  दुसरे राज्य जाता था ! तो उस पर  राज्य में घुसते समय ही Entry Tax  भी लगता था ! और इसके साथ साथ मॉल बेचते समय  आपको Sale Tax  वाट भी चुकाना होता था !  इसके अतिरिक्त अगर कोई सामान विलासीत वस्तुएं बेचता था तो उसपर बिलासित टैक्स भी लगता था ! इस तरह से हम कह सकते है कि GST नामक नई कर प्रणाली  लगने से  व्यापारिओं को  व्यापार करने में हो रही समस्या से छुटकारा मिल गया है ! What Is GST

GST लगाने की आवश्यकता  क्यों हुई ?

  • GST के लगने से देश में पुरानी टैक्स प्रणाली को ख़त्म का दिया गया ! जिससे लोगो को एक वस्तु खरीदने अलग अलग टैक्स नही देना होता है ! What Is GST
  • पुरानी टैक्स प्रणाली में कई तरह के टैक्स लगते थे जिसमें की एक ही सामान पर केंद्र सरकार ! और राज्य सरकार अलग अलग टैक्स लगाया करती थी  !
  • Producation और sales के मध्य होने वाली अलग-अलग पेंच को ख़तम करने के लिए  शुरू की गई है !
  • सभी ने अपने-अपने टैक्स बनाये और अलग-अलग Category बना दी थी ! और इसी चक्कर में कई तरह के टैक्स भी लग जाते थे !
  • इन सभी विसंगतियों को दूर करने के लिए सरकार ने एक टैक्स प्रणाली शुरू की  है ! जिसमें सभी प्रकार के टैक्स को मिलकर एक कर दिया गया है !

GST के लाभ क्या है ? What Is Benefits Of GST 

  • उच्च राजस्व दक्षता :

GST से सरकार के कर राजस्व के संग्रहों की लगत में कमी आने की आशंका है ! जिसके कारन उच्च राजस्व दक्षता विकसित होगी !

  • लगाने में सरल और सुकर 

केंद्र सरकार और राज्य सरकार में बहु विधि अप्रत्यक्ष करो को GST के द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया गया है केंद्र और राज्य की तरफ से अब तक लगाये जा रहें ! सभी अप्रत्यक्ष करो की अपेक्षा  GST को लगाना अधिक सरल है !

  • कर दरो और ढाचो में एक रूपता 

वस्तु और सेवा कर यह सिनिश्चित करता है कि अप्रत्यक्ष करो की दरे सम्पूर्ण देश में एक एक जैसी होगी ! और इससे व्यापार में निश्चितता और और सरलता बढ़ेगी !

  • सरल अनुपालन

एक व्यापक सुचनापूर्ण प्रणाली में GST व्यवस्था एक आधार होगी ! इसलिए सभी कर सेवाएँ जैसे पंजीकरण ,विवरण या फिर भुगतान करदाताओं को ऑनलाइन ही करना होगा ! What Is GST

GST की महवपूर्ण विशेषताएं  Major Features Of GST 

  • कई टैक्स नही देने होंगे 

GST के शुरू होने के पहले देश में जो टैक्स व्यवस्था शुरू की गई थी! उसमें एक वस्तु पर एक सारे कई टैक्स देने होते थे ! ऐसा इसलिए होता था ! क्योंकि जो वस्तुए दो या दो से अधिक category में जाती थी ! उन पर ऐसा टैक्स लगता था !   लेकिन GST लगने के बाद से यह असमानता दूर हो गई !

  • GST सिस्टम ऑनलाइन होगा 

GST सिस्टम में सभी सौदे की जानकारी ऑनलाइन ही अपडेट रखनी होती है ! और इस सौदे की रशीद सप्लाई लेने वाले और देने वाले दोनों के पास होती है ! और ऐसे में सौदे का मिलान न हुआ ! तो कमी पकड़ी जाएगी ! What Is GST

  • उपभोग पर टैक्स 

GST के अंतर्गत टैक्स की वसूली तब होती है ! जब किसी सामान व सेवा को बेचा जाता है ! किसी भी वस्तु या फिर सेवा की अंतिम कीमत में उस पर GST भी जुड़ा होता है !और इस वस्तु या फिर सेवा का टैक्स सप्लाई करने वाला व्यक्ति सप्लाई लेने वाले व्यक्ति से वसूलता है !

  • इनपुट क्रेडिट सिस्टम से टैक्स वापसी

जैसा की आप लोग जानते है कि किसी भी वस्तु या फिर सेवा के उत्पादन से लेकर ! उस वस्तु या फिर सेवा के उपभोगता तक पहुचने! से पहले कई बार खरीदने और  बेचे जाने की  प्रक्रिया होती है ! और  इस तरह से अंतिम उपभोगता  द्वारा खरीदी गई सेवा में टैक्स कई गुना बढ़ जाना चाहिए ! लेकिन ऐसा होता नही है ! क्योंकि वहां पर Input Credit System लागू होता है ! इस सिस्टम  में आखिरी स्टेज में टैक्स लगने से पहले जहाँ-जहाँ टैक्स लगा है उसको वापस करने की व्यवस्था है ! What Is GST

GST के फायदे ? Benefits Of GST 

आम लोग के फायदे 

  • एक ही वस्तु पर लगने वाले कई सारे टैक्स से छुटकारा मिल गया ! और इससे बढ़ने वाली कई वस्तुओं की कीमते भी कम हो गई !
  • लोगो की आम जरुरतो की चीजे कम कर दी गई है ! और इसे सामान्य वर्ग के लोगो को काफी रहत मिलेगी !
  • कारोबारियों का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा सरकार के दायरे आ जाने से सरकार की आमदनी बढ़ेगी ! और इससे शिक्षा स्वास्थ्य जैसे सेवाओं का विस्तार होगा ! What Is GST

 व्यापारियों के लिए फायदेमंद 

  • सभी राज्य में अलग-अलग टैक्स होने से सामान्य कारोबारियों को समझना आसान नही था ! लेकिन अब कारोबारियों को इन सभी झंझटो से नही गुजरना होगा !
  • GST सिस्टम में कारोबार से सम्बंधित सारे दस्तावेज ऑनलाइन होते है ! इसलिए तथ्यों को तोड़कर मरोड़कर नही पेश किया जा सकता है ! किसी भी तरह की गलती या फिर दस्तावेज खो जाने पर आपको उसको सुधारने की व्यवस्था होगी !
  • छोटे उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारे GST में रियायत देंगी !

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सरकार का फायदा 

  • पहले टैक्स का जो भी सिस्टम था उसमें सरकार का एक बड़ा हिस्सा बिचौलियों के द्वारा खा लिया जाता था ! नए व्यवस्था के शुरू होने से यह समस्या ख़त्म हो गई ! What Is GST
  • सभी स्तर पर खरीदारी और सेल की रशीद का मिलान होना जरुरी है !
  • GST के पहले जो टैक्स प्रणाली शुरू थी ! उसमें एक ही वस्तु के अलग-अलग राज्यों में अलग -अलग दाम हुआ करते थे ! इससे कुछ लोग इसका फायदा उठाते थे ! और आस -पास के राज्यों से सामान की तस्करी करते थे !
  • टैक्स की संख्या कम होने से केंद्र और राज्य  कर्मचारियों के ऊपर काम का तनाव कम होगा !

किन वस्तुओं पर कितना GST पड़ता है ?

GST की दरे
00% GST अत्यंत आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं पर अनाज, नमक, गुड़, ताजी सब्जियां आदि ।
05% GST अत्यंत आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं जैसे कि चीनी, तेल, मसाले, चाय, काफी, उर्वरक आदि
12% GST डेली प्रयोग की वस्तुएं जैसे कि नमकीन, दंतमंजन, छाता, दवाइयां, आदि
18% GST कुछ खाने पीने की और डेली प्रयोग की वस्तुए जैसे कि डिटरजेंट, चॉकलेट, मिनरल वाटर, आइसक्रीम, शैंपू, रेफ्रिजरेटर
28% GST विलासी और हानिकारक श्रेणी में आने वाली वस्तुओं एवं सेवाओं पर, जैसे कि- पान मसाला, ऑटोमोबाइल, फाइव स्टार होटल में ठहरना आदि

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जी एस टी के प्रकार : Types Of GST 

देश में जो नई कर प्रणाली शुरू की है ! इससे देश की नई कर प्रणाली में एक व्यापक सुधार आया है ! बता दिया जाये सरकार के द्वारा जो GST लाई गई है, उसको ३ तरह से विभाजित किया है !- What Is GST

  • सी जी  एस टी (Central Goods And Service Tax  )

जिन वस्तुओं पर केंद्र सरकार के द्वारा टैक्स लिया जाता हो !

  • एस जी एस टी ( State Goods And Service Tax )

राज्य में वस्तुओं की बिक्री के लिए राज्य सरकार के द्वारा टैक्स लिया जायेगा !

  • आई जी एस टी 

अगर कोई सौदा या फिर लेन देन दो राज्यों के व्यापारियों के मध्य होता है ! तो वहां पर आपको केंद्र सरकार और राज्य सरकार का पैसा IGST के रूप में चुकाना होता है ! इसे केवल केंद्र  सरकार के पास जमा किया जाता है ! और बाद में केंद्र सरकार की तरफ से राज्य सरकार का हिस्सा टैक्स के रूप में भेज दिया जाता है !

What Is GST

किसका जीएसटी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है ?

अगर कोई भी व्यापारी या फिर बिज़नस मैन नीचे बताई गई दोनों शर्तो में से किसी एक को पूरा करता है! तो उसको अ[न GST रजिस्ट्रेशन करवाना होगा !- What Is GST

सामान्य कारोबारियों के लिए टर्नओवर लिमिट के आधार पर 
  • जिन कर्मचारियों का सालाना 40 लाख का टर्न ओवर होता है ! तो फिर उनको GST रजिस्ट्रेशन करवाना जरुरी है !(कुछ राज्यों को छोड़ कर सभी में अनिवार्य है )!
  • कुछ राज्यों में सालाना 20 लाख का टर्न ओवर होने पर GST रजिस्ट्रेशन लेना जरुरी है !विशेष राज्य निम्न है –

जम्मू कश्मीर ,असम  ,अरुणांचल प्रदेश  ,मणिपुर ,मेघालय ,हिमांचल प्रदेश ,

कुछ खास के बिज़नस पर बिना टर्न ओवर के जरुरी है ?

  • अन्तर्राजिय व्यापारी
  • कैसुअल कारोबारी !
  • एग्रीगेटर्स
  • ई कॉमर्स कंपनिया और सप्लायर्स !
  • OIDAAR Service देने वाली कंपनियां !

GST के कारण कौन से टैक्स बंद हुए 

केंद्र सरकार के टैक्स बंद हुए टैक्स 

  • केंद्रीय उत्पाद शुल्क
  • मेडिकल और टॉयलेट सम्बन्धी निर्माण पर अतिरिक्त शुल्क !
  • कस्टम ड्यूटी
  • सर्विस टैक्स
  • सेस और सर चार्ज
  • विशेष कस्टम ड्यूटी !
  • सूती वस्त्र व सम्बंधित उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क !
  • अधिक महत्व की वस्तुओं पर अलग से शुल्क !

राज्य सरकार के  बंद हुए टैक्स 

  • State Vat
  • केन्द्रीय बिक्री  कर !
  • खरीद कर
  • विलासिता कर !
  • प्रवेश कर
  • मनोरंजन कर !
  • लाटरी सत्ता और जुआ पर कर
  • विज्ञापन कर
  • उपकरण और अधिभार !

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